पल जो बीते तुम्हारे साथ,
कुछ उसका नही एहसास ,
समझ नही पाई यह क्या रिश्ता हैं,
खुदा की इनायत का एक गुलिस्ता हैं॥
लोग कहते हैं की हम पागल हैं,
गलती दिल से हुई, तो इसमें हमारी खता क्या हैं||
तुम हमे ता उम्र अपना ना कहो,
खुद को मेरा अपना बना गए,
अब इस पागल के पास बचा क्या हैं||
Monday, February 8, 2010
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